आलेख परिचय अरबी
सउदी अरब ने फिलिस्तिनी कवि को “नास्तिकता और लम्बे बालों” के कारण जेल में बंद किया
मोना करीम की रपट : फिलस्तीन के कवि अशरफ फयध नास्तिकता फैलाने और लम्बे बाल रखने के कारण सउदी जेल में हैं।
विडियो: सउदी आदमी ने “बीवी से बात करने पर” कामगार की पिटाई की
एक प्रवासी श्रमिक की एक सऊदी आदमी द्वारा पिटाई के एक वीडियो द्वारा देश में श्रमिकों के शोषण के खिलाफ आक्रोश वायरस की तरह फैल गया है।
विडियो: “नो वुमन, नो ड्राईव” स्तब्ध सउदी अरब
सउदी अरब के कार्यकर्ताओं ने 26 अक्टूबर को देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किया। जब सामाजिक तंत्र महिलाओं के गाड़ी चलाने के समाचार के बारे में रपट की बढ़ती संख्या के बारे में बातें कर रहा था तब बॉब मार्ले का शानदार पुनःनिर्मित...
मिस्र : गूगल ब्लॉगर ने नवारा के ब्लॉग को प्रतिबंधित किया
प्रतीत होता है कि आम जनता के ब्लॉगों पर प्रतिबंध लगाना सिर्फ तीसरी दुनिया के सरकारों की ही बपौती नहीं रह गई है. गूगल का ब्लॉगस्पॉट भी इस बैंडबाजे में शामिल हो गया लगता है, और वो भी धूमधड़ाके से. गूगल ब्लॉगस्पॉट ने नवारा नेगम के ब्लॉग (तहयीज [अर.]), पर बिना कारण बताए प्रतिबंध लगा दिया. अहमद शोकीर इस बारे में विस्तार से लिखते हैं.
बहरीन : अनेकता में बनी हुई सौहार्द्रता
सैकड़ों वर्षों से बहरीन शान्ति का स्वर्गस्थल बना हुआ है जहां तमाम वर्ण, जाति, और धर्म के लोग भाईचारे के साथ रहते आए हैं. राजधानी मनामा के रहने वाले बहरीनी चिट्ठाकार क्राइस्ट ब्लड (अरबी) अपने पड़ोस के एक ऐसे स्थल के बारे में बता रहे हैं जो जाति और धर्मगत विभिन्नताओं के मध्य आपसी सामंजस्य और सौहार्द्र का वास्तविक प्रतीक स्वरूप है.
मिस्रः यूट्यूब ने बहाल किया खाता…पर
मिस्र के चिट्ठाकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता वेल अब्बास के यूट्यूब और याहू खातों को बहाल कर दिया गया है जिन्हें मिस्र की पुलिस द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित लोगों के विडियो पोस्ट करने के कारण स्थगित कर दिया गया था। पर वे खुश क्यों नहीं हैं यह जानने के लिये...
अरबी : आपका धर्म क्या है?
कुछ अरब देशों में दफ़्तरशाही जीवन का अभिन्न अंग है. मिस्र के चिट्ठाकार नोरा यूनिस ने हमें दिखाया है कि जब दफ़्तरशाही के कामकाज धार्मिकता के साथ जुड़ते हैं तब क्या हो जाता है. इस पोस्ट में मैंने अरबी से अनुवाद किया है.
ट्यूनिशियाः बक्लवा के समाचारपत्र
Tunisian blogger Boudourou ridicules a paper in this Arabic post, for publishing an ad which urges readers to subscribe in return for a package of almond baklava.
खाड़ी में कामगार अधिकारों पर वृत्तचित्र
दोहा की जेन ने अल जज़ीरा द्वारा निर्मित खाड़ी के देशों में कामगारों की स्थिति पर बने एक अरबी वृत्तचित्र के बारे में लिखा है। वह खुश हैं कि क्षेत्रिय मीडिया इस समस्या पर ध्यान दे रहा है क्योंकि “खाड़ी में 17 करोड़ विदेशी कामगार हैं जिनमें ज्यादातर एशिया व...