आलेख परिचय धर्म

सउदी अरब ने फिलिस्तिनी कवि को “नास्तिकता और लम्बे बालों” के कारण जेल में बंद किया

मोना करीम की रपट : फिलस्तीन के कवि अशरफ फयध नास्तिकता फैलाने और लम्बे बाल रखने के कारण सउदी जेल में हैं।

मालद्वीव में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति

  22 दिसम्बर 2013

मालद्वीव उन देशों में की सूची में उपर है जहाँ की सरकारे धार्मिक स्वतंत्रता नहीं देती हैं। मालद्वीव के नागरिकों का मुस्लमान होना आवश्यक है और वे इस्लाम के अलावे किसी और धर्म को नहीं अपना सकते। गैर मुस्लमान विदेशी वोट नहीं कर सकते, सार्वजनिक रूप से पूजा नहीं कर...

विडियो: “नो वुमन, नो ड्राईव” स्तब्ध सउदी अरब

सउदी अरब के कार्यकर्ताओं ने 26 अक्टूबर को देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किया। जब सामाजिक तंत्र महिलाओं के गाड़ी चलाने के समाचार के बारे में रपट की बढ़ती संख्या के बारे में बातें कर रहा था तब बॉब मार्ले का शानदार पुनःनिर्मित...

मिस्र : धार्मिक वर्ग-भेद का वीडियो गेम

  15 सितम्बर 2008

हाल ही में मुसलिम मैसाकर नाम का एक वीडियो गेम जारी किया गया है जिसमें खिलाड़ी नाना प्रकार के हथियारों का उपयोग करते हुए चाहे जितने मुसलमानों को मार सकता है जिसमें सर्वशक्तिमान अल्लाह भी शामिल है. जाहिर है, मिस्री चिट्ठाकारों ने त्वरित प्रतिक्रियाएँ दी हैं. जेनोबिया चेतावनी दे रहे...

बहरीन : अनेकता में बनी हुई सौहार्द्रता

सैकड़ों वर्षों से बहरीन शान्ति का स्वर्गस्थल बना हुआ है जहां तमाम वर्ण, जाति, और धर्म के लोग भाईचारे के साथ रहते आए हैं. राजधानी मनामा के रहने वाले बहरीनी चिट्ठाकार क्राइस्ट ब्लड (अरबी) अपने पड़ोस के एक ऐसे स्थल के बारे में बता रहे हैं जो जाति और धर्मगत विभिन्नताओं के मध्य आपसी सामंजस्य और सौहार्द्र का वास्तविक प्रतीक स्वरूप है.

रूसः पुतिन को मुसलमानों का साथ

  5 दिसम्बर 2007

विंडो ओन यूरेशिया रूसी मुसलमानों के वोट डालने के रूख के बारे में लिखते हैं, “Islam.ru के शोध विभाग के प्रमुख अब्दुल्ला रिनात मुखामेतोव के मुताबिक मुसलमानों ने यूनाईटेड रशिया के लिये वोट दिया और इस तरह पुतिन का साथ दिया, यह दिखाने के लिये कि वे एक शक्तिशाली, एकजूट...

लेबनानः पंथ बनी पहचान?

लेबनानी चिट्ठाकार एम बीबीसी पर भीड़ का अनुसरण करने का आरोप लगाते हैं क्योंकि वो जिन लोगों का साक्षात्कार लेती है उनकी पहचान उनके संप्रदाय से करती है।

उत्सव, दावत और मुस्कुराहटों का दान

  16 अक्टूबर 2007

बीते शनिवार को तमाम विश्व के मुसलमानों ने रमजान की समाप्ति पर ईद-उल-फित्र का त्यौहार मनाया. चेन्नई के चिट्ठाकार अबुल कलाम अपना अनुभव बांट रहे हैं. उनके उत्साहित बच्चे अपने दोस्तों व पड़ोसियों को मिठाइयाँ बांट रहे हैं. उनकी सबसे छोटी पुत्री अपने गैर-मुसलिम दोस्तों की सहायता से रमजान के बारे में एक विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार कर रही है. आजाद सोच रहे हैं कि किसी दिन उनकी बेटी जरूर ही अपने दोस्तों के साथ मिल कर इसी तरह के प्रोजेक्ट, दीपावली पर काम करेगी.

अरबी : आपका धर्म क्या है?

कुछ अरब देशों में दफ़्तरशाही जीवन का अभिन्न अंग है. मिस्र के चिट्ठाकार नोरा यूनिस ने हमें दिखाया है कि जब दफ़्तरशाही के कामकाज धार्मिकता के साथ जुड़ते हैं तब क्या हो जाता है. इस पोस्ट में मैंने अरबी से अनुवाद किया है.